‘सतपुड़ा की रानी’ पचमढ़ी मध्य प्रदेश का खूबसूरत हिल स्टेशन है। 1,067 मीटर की ऊंचाई पर मध्यप्रदेश का सबसे ऊंचॉं हिल स्टेशन।
यहां का तापमान सर्दियों में 4.5 डिग्री से. तथा गर्मियों में अधिकतम 35 डिग्री से. होता है। पंचमढ़ी एमपी का सबसे लोकप्रिय हनीमून डेस्टिनेशन भी है, आप यहां वर्ष भर किसी भी मौसम में जा सकते हैं।
अंग्रेजों द्वारा केंद्रीय प्रांतों के लिए ग्रीष्मकालीन अवकाश के लिए पंचमढ़ी को घोषित किया गया था। हरे-भरे और शांत पंचमढ़ी में बहुत-सी नदियों और झरनों के गीत आपको मंत्रमुग्ध कर देते हैं। पचमढ़ी में पुरानी गुफाओं में, जटाशंकर गुफा है जहां भगवान शिव का प्राकृतिक शिवलिंग है. मंदिर के करीब ही हनुमान जी की एक मूर्ति भी बनी हुई है.
पंचमढ़ी में सिल्वर फॉल देख सकते हैं. यह बेहद सुंदर झरना है जो 350 फुट की ऊंचाई से गिरता है। पचमढ़ी में के घूमने के लिए कई सारी जगहें हैं, बी वॉटरफॉल,जटा शंकर गुफाएं, अप्सरा विहार, महादेव हिल्स, पांडव गुफा, धूपगढ़, डचस झरना, सतपुड़ा राष्ट्रीय उद्यान और चौरागढ़ मंदिर जा सकते हैं।
बी फॉल्स
जटा शंकर गुफाएं
पांडव गुफाएं
धूपगढ़
हांडी खोही
महादेव हिल्स
रानी गिरना
सतपुड़ा राष्ट्रीय उद्यान
चौरागढ़ मंदिर
अप्सरा विहारी
बड़े महादेवी
रीचगढ़
क्राइस्ट चर्च
How to reach Pachmarhi? – पचमढ़ी कैसे पहुंचे :
सड़क मार्ग – By Road Narmdapuram Bhopal : सबसे वैकल्पिक और सुंदर पचमढ़ी यात्रा के लिए सड़क मार्ग है
पचमढ़ी नर्मदापुरम् और पिपरिया के माध्यम से सड़क मार्ग से जुड़ा हुआ है। नर्मदापुरम् से सड़क मार्ग द्वारा पचमढ़ी 110 किलोमीटर है। दैनिक बस सेवा उपलब्ध है।
हवाई मार्ग भोपाल – By Flight Bhopal : निकटतम हवाई अड्डा राजाभोज, भोपाल हवाई अड्डा है, जो की भोपाल ,मध्यप्रदेश में है, भोपाल से (200 किलोमीटर) पंचमढ़ी है, भोपाल हवाई अड्डे से दिल्ली और मुंबई के लिए दैनिक उड़ान सेवा है। भोपाल से पचमढ़ी के लिए टैक्सी आसानी से मिल सकती है।
रेल मार्ग – By Train Bhopal to Pipriya : पचमढ़ी तक पहुँचने के लिए निकटतम रेलवे स्टेशन पिपरिया है। पचमढ़ी पिपरिया रेलवे स्टेशन से 40 किमी दूर है। पिपरिया और नर्मदापुरम् से टैक्सी आसानी से मिल सकती है।
बी फॉल – B Fall
पंचमढ़ी का पहला आकर्षण का केंद्र बी फॉल है और ये सबसे ज्यादा फोटोग्राफीक के दृश्यों के लिए जाना जाता है, यहां आप जीप से पहुंचे सकते हैं, उसके बाद आपको सीधी सीढ़ियों से नीचे उतरना होता है। बारिश में सीढ़ियां फिसलन वाली हो जाती है तो आपको उतरते वक्त विशेष सावधानियॉं बरतनी होंगी।
बी फॉल का पानी पंचमढ़ी के लिए पीने के जल का स्रोत है।
जटा शंकर गुफाएं – Jata Shankar Caves
जटा शंकर गुफाओं को पवित्र माना जाता है। । पचमढ़ी बस स्टेशन से 1.5 किलोमीटर दूर स्थित गुफा मंदिर तक पहुंचने के लिए, पहले लगभग एक किलोमीटर का पैदल ट्रेक करना होगा और फिर कुल 150 सीढ़ियाँ नीचे उतरनी होंगी। ऐसा माना जाता है कि ये गुफाएं वह स्थान है जहां भगवान शिव भस्मासुर के क्रोध से बचे थे। गुफाओं में एक बड़ी चट्टान की छाया में छिपा हुआ एक प्राकृतिक शिवलिंग भी है, गुफा में पत्थर के निर्माण को सौ सिर वाले नाग शेषनाग के समान कहा जाता है।
इन गुफाओं ग्रेनाइट संरचना भगवान शिव के उलझे हुए बालों की तरह दिखती है। पास ही में हार्पर की गुफा भी है।
पांडव गुफाएं – Pandav Caves
पचमढ़ी का पौराणिक कथा महाभारत काल से जुड़ा हुआ महतवपूर्ण स्थान है पांडव गुफाएं। पांडव के वनवास के समय पांडव यहीं आ कर रुके थे यहां पॉंच गुफाएं हैं जिनमें ‘द्रौपदी कोठरी’ और ‘भीम कोठरी’ प्रमुख हैं। यहां बौद्ध भिक्षुओं के मंदिरों का निर्माण नौवीं शताब्दी में किया गया था और उनके अंदरूनी हिस्सों में कुछ गुप्तकाल की कलाकृतियाँ और अलंकरण भी देखने को मिलेंगे। पचमढ़ी बस स्टेशन से 2 किलोमीटर दूर स्थित पांडव गुफाएं तक पहुंचने के लिए, स्थानीय परिवहन जैसे जीप कर सकते है।
धूपगढ़ – Mount Dhupgarh or Mount Dhoopgarh
1352 मीटर की ऊंचाई पर सतपुड़ा पर्वतमाला की सबसे ऊंची चोटी पर है धूपगढ़। धूपगढ़ सूर्योदय और सनसेट दोनो के लिए फेमस है। सतपुड़ा पर्वतमाला सुंदर लुभावने अश्चर्यचकित् कर देने , चमकती चिलकारी मारती ढलते सूरज की किरणों खूबसूरत यादगार फोटोस लेकर यादगार बनाती हैं। पचमढ़ी बस स्टेशन से 11 किलोमीटर दूर स्थित धूपगढ़ तक पहुंचने के लिए, स्थानीय परिवहन जैसे जीप कर सकते है। हाँ, आपको अश्चर्यचकित् कर देने वाली घाटियों झरनों के साथ चलती पगडंडिया एक अलग सुकुन और शांति देती है।
हांडी खोही – Handi Khoh
पचमढ़ी की सबसे प्रभावशाली खोह 300 फीट ऊंची खड़ी ढलान वाली, दो विशाल पहाड़ियों से मीलकर बनी V के की आकार खोह प्रसिद्ध पर्यटन स्थल है। हरे भरी पहाड़ियॉं सुकुन देती है। लोकप्रिय धारणा यह है कि हांडी खोह पहले एक झील थी। एक दुष्ट साँप, जो वास्तव में एक राक्षस था, झील की रखवाली करता था। भगवान शिव ने सांप को मार डाला और दैवीय प्रकोप से झील का पानी सूख गया और खाली जगह ने हांडी (बर्तन) का आकार ले लिया। पचमढ़ी बस स्टेशन से हांडी खोह 5 किलोमीटर की दूरी तय करके पहुंचा जा सकता है। हांडी खोह जाने के लिए स्थानीय परिवहन जैसे जीप कर सकते है या पैदल पहुंच सकते है।
महादेव शिखर हिल्स -Mahadev Hills
विशाल बलुआ पत्थर की पहाड़ी, 1,363 मीटर की ऊंचाई पर सतपुड़ा पर्वतमाला की तीन सबसे ऊंची चोटी में से एक, शांत और रोमांचक जगह हैं महादेव शिखर।
यहां गुप्त महादेव और बड़े महादेव ( गर्भगृह ) भगवान शिव के पवित्र मंदिर के दर्शन कर सकते हैं। पचमढ़ी बस स्टेशन से 33 किलोमीटर दूर स्थित महादेव हिल्स तक पहुंचने के लिए, स्थानीय परिवहन जैसे जीप कर सकते है। हरे भरे जंगलों और घाटियों का लुभावना फोटोजेनिक दृश्य देती है।
डचेस फॉल्स – रानी गिरना – Duchess Fall
100 मीटर की ऊंचाई से गिरता एक रोमांचक सुरम्य लुभावना झरना डचेस फॉल्स। पचमढ़ी बस स्टेशन से 4 किलोमीटर दूर स्थित महादेव हिल्स तक पहुंचने के लिए, स्थानीय परिवहन जैसे जीप कर सकते है। प्रकृति प्रेमी को रोमांचित कर देने वाली जगह है।
सतपुड़ा राष्ट्रीय उद्यान – Satpura National Park
2133 वर्ग किलोमीटर क्षेत्रफल में फैले सतपुड़ा राष्ट्रीय उद्यान। सफारी या बाघो में दिलचस्पी रखने वालो के लिए एक सबसे अच्छा डेस्टिनेशन ।
सतपुड़ा राष्ट्रीय उद्यान का ऊबड़-खाबड़ इलाका गहरी, घुमावदार घाटियों और घाटियों, आश्चर्यजनक बलुआ पत्थर की चोटियों, कल-कल करते नालों और झरनों, गिरते झरनों, साल और सागौन के घने जंगलों और औषधीय पौधों की बहुतायत से भरा हुआ है। इसके खूबसूरत पहाड़ी इलाके, गहरी घाटियाँ, स्तनधारियों की बड़ी प्रजातियाँ, पक्षी देखने की जगह सतपुड़ा वन्यजीव अभयारण्य का दौरा अवश्य करती है। इस राष्ट्रीय वन्यजीव अभयारण्य को लुप्तप्राय प्रजातियों के संरक्षण और सुरक्षा के अपने काम के लिए कुछ प्रमुख पुरस्कारों से सम्मानित किया गया है। यहाँ के कुछ वन्यजीवों में तेंदुए, बाघ, स्लॉथ भालू, ढोल्स (जंगली कुत्ते), भारतीय विशाल उड़ने वाली गिलहरियाँ, भारतीय गिरगिट, काले हिरण, मंटजैक, चार सींग वाले मृग, साही, चीतल, सांभर आदि शामिल हैं।
सतपुड़ा में 300 से अधिक प्रजातियों के साथ पक्षियों की एक समृद्ध, समृद्ध जैव विविधता है, जिसमें कई जलचर और प्रवासी पक्षी शामिल हैं जो डेनवा नदी की ओर आकर्षित होते हैं। इसमें मार्श मगरमच्छ सहित उभयचरों और सरीसृपों की एक सामूहिक आबादी है।
अप्सरा विहार – Apsara Vihar
पचमढ़ी जंगल की गहराई में एक शांत झरना है अप्सरा विहार। ठंडे बर्फीले पानी का जलाशाय जो 30 फीट घराई में है सबसे बड़ा झरना है यहां आप झरने के पानी में मस्ती कर सकते हैं या अपनी थकान मिटाने के लिए शांत वातावरण में आराम कर सकते हैं। जलशाय में नहानें या तैराकी का मजा भी ले सकते हैं। पचमढ़ी बस स्टेशन से 3 किलोमीटर दूर स्थितअप्सरा विहार तक पहुंचने के लिए, स्थानीय परिवहन जैसे जीप कर सकते है तथा 1.5 किलोमीटर नीचे जाने पर पुरे जलाशायका मजा ले सकते है।
रजत प्रपात – Silver Fall – सिल्वर ब्यूटी
दूधिया दूध की तरह चमकता पानी का झरना जो 350 फीट की ऊंचाई से गिरता है, झरने गिरने की आवाज और ठंडे पानी की फुहारों का मजा लेने के लिए अप्सरा विहार से मात्रा 500 मीटर की दूरी पर स्थित है, मध्य प्रदेश के सबसे ऊंचे झरनों में से एक है। चट्टानों और पत्थरों पर ट्रेकींग करते हुए यहां पहुचां जा सकता है। ‘सतपुड़ा की रानी’ के नाम से भी मशहूर है। जब सूर्य की किरणें इस पर गिरती है चमकता है, तो झरना चांदी की पट्टी जैसा चमकता है है और इसलिए इसका नाम रजत प्रपात पड़ा। बता दें की यह झरना सतपुड़ा राष्ट्रीय उद्यान में है, इसलिए यहां जाने के लिए आप को वन विभाग से अनुमति लेनी होगी।
चौरागढ़ मंदिर – Chauragarh Peak
चौरागढ़ मंदिर लगभग 4200 फिट ( से 1,326 मीटर ) की ऊंचाई पर स्थित है महादेव मंदिर चौरागढ़, कुल 1,300 सीढ़ियों के शीर्ष पर एक धर्मशाला, मीठे पानी का तालाब और महादेव मंदिर है। पचमढ़ी बस स्टेशन से 15 किलोमीटर दूर स्थित चौरागढ़ तक पहुंचने के लिए, स्थानीय परिवहन जैसे जीप कर सकते है तथा 1,300 सीढ़ियों चड़ने पर चौरागढ़ मंदिर पहुंच सकते है।
बड़े महादेव – Bada Mahadev
60 फीट लंबी गुफा में भगवान शिव का एक मंदिर है बड़े महादेव। इसमें विष्णु, ब्रह्मा और गणेश की मूर्तियाँ हैं। पौराणिक कथा के अनुसार भगवान विष्णु ने इसी गुफा राक्षस भस्मासुर का वध किया था। गुफा के अन्दर मीठे पानी का एक पवित्र कुंड हैं, और ऐसा माना जाता है कि इस कुंड में नहाने से आपका एक पाप धुल जाएगा।
पचमढ़ी बस स्टेशन से 11 किलोमीटर दूर स्थित बड़े महादेव गुफा तक पहुंचने के लिए, स्थानीय परिवहन जैसे जीप कर सकते है तथा 300 मीटर पैदल नीचे जाना होगा।
रीचगढ़ – Reechgarh Abode Of Bears
पचमढ़ी पहाड़ी की दरारों के नीचे गहरी खाई में एक विशाल गुफा रीचगढ़। स्थानीय लोककथाओं के अनुसार यह विशाल भालू की गुफा थी ।
गुफा तक पहुंचने का रास्ता बहुत संकरा और उबड़ खाबड़ पत्थरों से निकल कर एक छोटी सी घाटी से होकर जाता है। यहाँ ठंडी ठंडी जंगल से हवाएँ बहती है रीचगढ़ हरे भरे जंगलो के बीच में है। पचमढ़ी बस स्टेशन से 8 किलोमीटर दूर स्थित रीचगढ़ गुफा तक पहुंचने के लिए, स्थानीय परिवहन जैसे जीप कर सकते है तथा 500 मीटर नीचे जाना होगा।
क्राइस्ट चर्च – Pachmarhi Catholic Church
सतपुड़ा की वादियों में खूबसूरत चर्च क्राइस्ट चर्च। ब्रिटिश औपनिवेशिक शैली का एक प्रमुख उदाहरण विशाल शिखर, पत्थर की इमारत और बेल्जियम के कांच की खिड़कियों से बना ये चर्च । यहां एक छोटा सा कब्रिस्तान है, यहां एक शिलालेख पर1800 के दशक से लेकर विश्व युद्ध तक का लेख हैं। पचमढ़ी बस स्टेशन से 1 किलोमीटर दूर स्थित चर्च क्राइस्ट तक पहुंचने के लिए, स्थानीय परिवहन जैसे जीप कर सकते है तथा पैदल भी पहुंच सकते है।
पचमढ़ी में आप मोबाइल नेटवर्क?
पंचमड़ी में मोबाइल नेटवर्क की समस्या हो सकती है, आपको कुछ जगह पर नेटवर्क बिल्कुल नहीं होता है। पचमढ़ी में Jio द्वारा सबसे अच्छी नेटवर्क सेवा दी जाती है, इसके बाद नेटवर्क में वोडाफोन/आइडिया और एयरटेल का स्थान आता है।